बेशक क्रिकेट छोड़ गया ना कदे भुलाया जावेगा
सदियाँ साल गुज़र ज्यांगे ना सहवाग जिसा कोए आवेगा
छोटा सा बालक नजफगढ़ की गालां मै क्रिकेट खेल्या करता
बचपन तै ऐ चौक्के छक्के सबकी बोलां पै पेल्या करता
छोटे से तै सचिन बणन का ख्वाब देखता आया था
जिब देख्या खेलता लोगां नै तै दूसरा सचिन कहवाया था
सचिन जिसा सहवाग बणया ना सहवाग कोए बण पावेगा
सदियाँ साल गुजर ज्यांगे ना सहवाग जिसा कोए आवेगा
71 बॉल मै शतक बनाके सबकी नज़राँ मै आया था
सारे ढाल की क्रिकेट मै फेर उसने नाम कमाया था
टेस्ट मैच खेल्या जिब पहला उसमे भी शतक बनाया था
तिहरा शतक बनाके पहला पकिस्तान हराया था
295 पै छक्का मारण का कोए दम कड़े तै ल्यावेगा
सदियाँ साल गुज़र ज्यांगे ना सहवाग जिसा कोए आवेगा
न्यूज़ीलैंड मै होई सीरीज सहवाग नै शतक बनाए थे
दूसरे न०. पै 36 रन बस ज़हीर खान के पाए थे
श्रीलंका गैल्या सहवाग नै इस तरिया मैच जिताया था
329 के कुल स्कोर मै दोहरा शतक बनाया था
99 रन पै स्टंप्ड टैस्ट मै और कौन हो ज्यावैगा
सदियाँ साल गुजर ज्यांगे ना सहवाग जिसा कोए आवेगा
बिना फुटवर्क ना खेल्या जा न्यू कहवन आला फूल था
SEE & HIT देखो और मारो यो ऐ सहवाग का रूल था
बस खेलण मै था गरम घणा ऊं तै नेचर का कूल था
उसने देख कै सीखे कितने वो खुद क्रिकेट का स्कूल था
जिसकी बैटिंग नै देखण गांगुली मिलां तक भी जावेगा
सदिया साल गुज़र ज्यांगे ना सहवाग जिसा कोए आवेगा
सीधा साधा जाट था अपना पॉलटिक्स ना आई कदे
या कमी थी जिसके कारण कप्तानी ना ठयाई कदे
बिना खेलते लिया संन्यास करी या तमने सही नहीं
कोटला मै खेलता मैच आखिरी क्यों एक बार भी कही नहीं
के सोची थी "दहिया" इसा खिलाडी यो फल आखिर मैं पावेगा
सदियाँ साल गुज़र ज्यांगे ना सहवाग जिसा कोए आवेगा
कितने खिलाडी इसे बता द्यूं जो बहार लिकाडन आले थे
मुरली,जडेजा ना काढ़े कदे वे के थारे साले थे
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