सपनो का हिन्दुस्तान - Jitender Dahiya Halalpuriya

हाथों में सब हाथ डाल लो कदम से कदम मिलाएंगे /
सब मिलकर अपने सपनो का हिन्दुस्तान बनाएंगे //

सुख दुःख में हो साथ सभी का ऐसे मिलकर रहे समाज..
मस्जिद में हो पूजा अर्चना और मंदिर में पढ़ें नमाज..
धर्म के पथ पर सभी चलें हम सब धर्मों का करें लिहाज..
मानवता बस जाए दिल में करे कट्टरता का खत्म रिवाज..
सब धर्मों के सभी त्यौहार मिलजुल कर साथ मनाएंगे /
सब मिलकर अपने सपनो का हिन्दुस्तान बनाएंगे //

सब नदियां जोड़े आपस में ना कहीं बाढ़ ना सूखा हो..
सब आस पास का रखें ध्यान कहीं कोई गरीब ना भूखा हो..
ना लगे मज़दूर मजबूर किसानसबकी नज़रों में आदर हो..
फसलों से आय बढे इतनी के सरकारी वेतन के बराबर हो....
किसानों का खोया सम्मान उनको वापस दिलवाएंगे /
सब मिलकर अपने सपनो का हिन्दुस्तान बनाएंगे //

गुणवत्ता की हो पढ़ाई और उच्च शिक्षा का गढ़ बनाए..
ना हो शिक्षा का दाम कोई ना दुरतलक कोई अनपढ़ पाए ..
ना जात पात का फर्क कोई ना आरक्षण की बाधा हो..
वो उतना आगे बढ़ जाए जो जितना लायक ज्यादा हो..
धर्म जात की दीवारें सारे भारत में गिराएंगे /
सब मिलकर अपने सपनो का हिन्दुस्तान बनाएंगे //

सब सफाई का रखें ध्यान कहीं ना कूड़ा फैला हो..
मिलकर सारे प्रण उठाले ना देश कहीं भी मैला हो..
आये कोई सैलानी तो ऐसा आदर सम्मान करें.
कहीं भी जाए दुनिया में तो भारत का गुणगान करे.
सारी दुनिया में अपने वतन की प्रतिष्ठा बढ़ाएंगे /
सब मिलकर अपने सपनो का हिन्दुस्तान बनाएंगे //

ना हो कोई नक्सली ना कोई आतंकवादी हो..
अमन चैन जो पसंद करें केवल ऐसी आबादी हो..
जो दूजा गाल करे सामने ना ऐसे अहिंसावादी हो..
कभी पड़े ज़रुरत भारत को तो हर तन के ऊपर खादी हो..
कोई दुश्मन सर उठाये तो उसको सबक सिखाएंगे /
सब मिलकर अपने सपनो का हिन्दुस्तान बनाएंगे //

देशप्रेम हो सबसे ऊपर करदो ऐसा परिपाटी में.
जहाँ पकिस्तान का अलख जगे आग लगा दो ऐसी घाटी में..
पाक अगर तुम जाना चाहो वो मर्ज़ी तुम्हारी है..
ना 1 इंच भी घटेगी सीमा ये धरती हमारी है..
भारत की गर्दन से पहले गर्दन अपनी कटवाएंगे /
सब मिलकर अपने सपनो का हिन्दुस्तान बनाएंगे //


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