मेरा किसान - विकास शर्मा रखी

***** मेरा किसान *****
सारे खुद की करय बढ़ाई,
ना गावै तेरा गुणगान ।
सारा देश तरक्की करग्या,
पाछय रहगया मेरा किसान।
1.
जाडे के महीने मै तू ,
पाणी के बिच खड़ा पावै।
गर्मी की दोफरी मै यो,
गात तेरा जलदा जावै।
कदे बारिस की मार सव्य,
कदे सुका पड़के तनय रुवावै।
दुनिया का पेट भरण आले,
तनय बढ़िया खाना ना थावै।
सांप अर बिच्छु तनय खावै,
हर दम रह आफत मै जान।
सारा देश•••••••••••••••••••
2.
तेरी महनत के ऊपर दुनिया,
आले मौज उडाण लागरे।
नेता आढ़ती और व्यापारी,
मिलके लूट मचाण लागरे।
चारु ओड़ त मिलके सारे,
तनय नोचनोच के खाण लागरे।
खाद बिज का भा ना देख्या,
तेरी सस्ते मै फसल लेजाण  लागरे।
दवाई भी नकली लाण लागरे,
कैसे हो तेरा कल्याण।
सारा••••••••••••••••••••••••
3,
सब चिज्या के भा बढ़गे,
ना तेरी फसल का दाम बढ़या।
तेल चा चीनी आसमान छुगे,
पर ना तेरा मान बढ़या।
तेरे बालक भुखे रोये जा ,
पर औरा का आराम बढ़या।
या दुनिया चाँद प जाली स,
उन त स तेरा काम बड़ा।
कोए ना मान्य तेराकाम बढया,
कूकर चालय तेरा काम ।
सारा ••••••••••••••••••••••
4.
फौजी अपणे बेटे न चावै,
लफटिडन्ट बनाऊगा।
पुलिस आला सोचै छोरे न,
I G मै लगवाउगा।
नेता सोचै छोरे न मै,
नेतागिरी सिखाउगा।
किसान कदे ना सोचै छोरे प,
खेती मै करवाउंगा।
खुद सारा कष्ट उठाऊँगा,
कदे हो ज्यागा मेरा भी नाम।
सारा ••••••••••••••••••••••
5.
तेरी दीनता की हालत,
सर छोटूराम न सुणाणी स।
कितने दुःख ह मेरे किसान पै,
सारी खोल बताणी स।
कर्जे के मै मरण लागरा,
ना कोए बात छुपाणी स।
धरतीपुत्र न तू आण बचाले,
या फरियाद लगाणी स।
जब देश आजाद होलिया सारा,
गुलामी मै क्यों तेरा नाम ।
तनय चोगरदे त लूट रहे,
कति सुखग्या तेरा चाम।
मै भी कुछ ना कर सकदा,
पर कर दूँगा छोटा सा काम।
राखी आला हाथ जोड़के,
तनय करदा रवगा राम राम।
तु ऐ मेरा ह घनस्याम,
अर तू ऐ मेरा ह भगवान।
सारा•••••••••••••••••••••
राइटर विकास शर्मा राखी
म•न•
        08053134009

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