दर्द यो ऐकली कद तलक सहूँ

तू ऐ बता मैं क्यूँ ना कुछ कहूँ
दर्द यो ऐकली कद तलक सहूँ
पहले सोचा था मन्ने दिल में
भूल के सब कीमे मैं चुप रहूँ


प्यार की शुरुआत तन्ने करी थी
तेरे मेरे पाछे आन प घनी डरी थी
धोखा ना देऊँगा ब्याह करूँगा मैं
तेरी इस बात प मन्ने हामी भरी थी


ब्याह होते ऐ तू एकदम बदल गया
जिंदगी नै मेरी मीठा बन छल गया
रिश्ता आपणा यू टूटेगा जरुर
इतना तो मन्ने बी बेरा चल गया


फेर बी आपणा फर्ज मैं निभाती रही
तेरा सारा कहना हंस के पुगाती रही
किस्मत में मेरी दुःख लिख राख्या स
न्यू आपणे मन नै रोज समझाती रही


तन्ने बाहर आलीयाँ त फुर्सत मिली ना
मार तेरी सह लेती पर या बात झली ना
तेरे त ब्याह करवा के सुख देख्या ना
ब्याह पाछे चेहरे प मेरे मुस्कान खिली ना


इब त मेरी सहन शक्ति जवाब देगी
""सुलक्षणा"" सारा मन्ने हिसाब देगी
पढ़न आले पढ़ सकें दिल के दर्द नै

वा लिख के दिल का दर्द किताब देगी

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